मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को विदेश दौरा छोड़ कर स्वदेश लोटे

पटियालाघर में हालात बिगड़ जाएं तो स्थिति को काबू करने के लिए मुखिया को ही हस्तक्षेप करना पड़ता है। ऐसे ही हालात का सामना कर रहे पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को विदेश दौरा छोड़ कर स्वदेश लौटना पड़ा है। हालांकि, वे मंगलवार को खराब मौसम के कारण दिल्ली में ही रुके रहे। उम्मीद है कि बुधवार को वे अपने गृह जिले के चार विधायकों से मुलाकात करेंगे। बागी विधायकों ने सार्वजनिक मंच पर इस बात की शिकायत की है कि राज्य में सरकार को कैप्टन नहीं, बल्कि अफसरशाही चला रही है। विधायकों के काम नहीं हो रहे हैं और लोगों से जुड़े कई काम रुके पड़े हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अकाली-भाजपा गठबंधन के दस साल जैसे हालात का सामाना करना पड़ रहा है। विधायकों की इस नाराजगी ने पार्टी हाईकमान को भी हिला कर रख दिया है। यही कारण है कि कैप्टन को इंग्लैंड दौरा बीच में छोड़ कर लौटना पड़ा है।



  • कैप्टन खेमे ने साधी चुप्पी


         तय समय से पहले विदेश दौरे से लौटने पर फिलहाल कैप्टन खेमा पूरी तरह चुप्पी साधे हुए है। उनके नजदीकी दबे           स्वर में मानते हैं कि मुख्यमंत्री के गृह जिले के चार विधायकों के बागी स्वर पार्टी के लिए सही समय पर सतर्क होने           का संकेत है। अगर उनके जिले के ही सात में से चार विधायक बोल सकते हैं, तो अन्य जगह पर भी पार्टी को इस             उबाल का सामना करना पड़ सकता है।


 


बागी विधायक कैप्टन के नजदीकी, सरकार से दूर : कैप्टन सरकार के काम पर अंगुली उठाने वाले राजपुरा से विधायक हरदयाल कंबोज, घनौर के विधायक मदन लाल जलालपुर, समाना से काका राजिंदर और शुतराणा से निर्मल सिंह को राजनीतिक गलियारों में कैप्टन कैंप का ही माना जाता है। इनकी पिछले समय की गतिविधियां भी इस बात की पुष्टि करती हैं। अब हालात ऐसे बन गए हैं कि वे कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार से दूर होते जा रहे हैं। कंबोज, जलालपुर और काका राजिंदर की नाराजगी दूर करने के लिए बीते रविवार को सांसद परनीत कौर इनके साथ विशेष तौर पर एक समागम में शिरकत करने भी गई थीं। इस दौरान परनीत ने इनकी शिकायतों को दूर करने का आश्वासन दिया था। इन विधायकों के साथ बैठक की चर्चा अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि शुतराणा के विधायक निर्मल सिंह की नाराजगी ने एक बार फिर बागियों के सुरों में गर्माहट ला दी है।